सीमा पर फौजी खड़ा है
लोगों की नजरों में, कद इनका सबसे बड़ा है।
हम खुश हैं घर में क्योंकि, सीमा पर फौजी खड़ा है।।
हमारी रक्षा के खातिर,
कुर्बान सभी कुछ करते हैं।
हम घर में खुशी मनाते हैं,
वो हर दिन सीमा पर मरते हैं।।
हम चैन की नींद सोते हैं, वो हथियार थामें खड़ा है।
हम खुश हैं घर में क्योंकि सीमा पर फौजी खड़ा है।।
खतरे को आता देखकर,
मैदान छोड़ हम आते हैं।
वो सीने पर गोली खाकर,
अपना फर्ज निभाते हैं।।
वो हर रोज जंग लड़ने को, दुश्मन के आगे खड़ा है।
हम खुश हैं घर में क्योंकि सीमा पर फौजी खड़ा है।।
अपनी जान देकर वो,
धरती के वीर कहलाते हैं।
देश की मिट्टी के खातिर,
वो मिट्टी में मिल जाते हैं।।
कुर्बान मुल्क पर होने को, हर एक जवान लड़ा है।
हम खुश हैं घर में क्योंकि सीमा पर फौजी खड़ा है।।
✍✍✍Rahul Kumar G