बहनें कैसी होती हैं
चहचहाती हैं दिन भर, खुशी ढेर सारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
साथ उनके हैं कटता बचपन,
थोडा प्यार कभी थोडी अनबन I
बाल पकड़ एक दूजे के लडते,
माँ हटाए फिर भी नही हटते II
पडती कभी डाँट तो, कभी पिटाई हमारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
कभी मूहँ फुलाए रहती हैं,
कभी आकर के मनाए हमकों I
जब उनको हँसता देखे हम तो,
भूल जाते सारे गम को II
कभी चुडैल, कभी डायन, कभी जान हमारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया बहनें बडी प्यारी होती हैं II
उसकी एक खुशी के खातिर,
हम कुछ भी कर जाते हैं I
उसको सिर्फ हँसाने को हम,
क्या क्या ढ़ोंग रचाते हैं II
कभी-कभी तो उसकी भी, फरमाईश न्यारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
जब घर में रहती हैं, तो
घर खुशियों से भर देती हैं I
पर जब छोड़ के जाती, तो
घर सूना वो कर देती हैं II
लेकिन फिर यूँ देख के उनको, आँखें भारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
बचपन से भाई बहनों में,
खूब ही झगड़ा होता हैं I
जब विदाई उसकी होती तो,
हर भाई बहुत ही रोता हैं II
किसी और की हो जाती, जो दुनिया हमारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
हर पर्व हर त्यौहार पर,
इंतजार उसी का होता हैं I
राखी के दिन आएगी वो,
हर भाई ये ख्वाब संजोता हैं II
राखी नही उससे मिलने की, ये सब तैयारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
लेकिन फिर यूँ देख के उनको, आँखें भारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
बचपन से भाई बहनों में,
खूब ही झगड़ा होता हैं I
जब विदाई उसकी होती तो,
हर भाई बहुत ही रोता हैं II
किसी और की हो जाती, जो दुनिया हमारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II
हर पर्व हर त्यौहार पर,
इंतजार उसी का होता हैं I
राखी के दिन आएगी वो,
हर भाई ये ख्वाब संजोता हैं II
राखी नही उससे मिलने की, ये सब तैयारी होती हैं I
सच कहती हैं दुनिया, बहनें बडी प्यारी होती हैं II